कभी सुसाइड करना चाहते थे मोहम्मद शमीकभी सुसाइड करना चाहते थे मोहम्मद शमी

 मोहम्मद शमी ने वर्ल्ड कप 2023 में अब तक कमाल की गेंदबाजी की है. पहले सेमीफाइनल में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 7 विकेट लेकर टीम इंडिया को 70 रन से यादगार जीत दिलाई. इसी के साथ रोहित शर्मा की अगुआई में भारतीय टीम ने फाइनल में जगह बना ली है. मैच में भारत ने पहले खेलते हुए 4 विकेट पर 397 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. विराट कोहली ने वनडे का 50वां शतक जड़ा तो श्रेयस अय्यर ने भी शतकीय पारी खेली. जवाब में कीवी टीम 327 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. शमी वनडे के इतिहास में 7 विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला.


मोेहम्मद शमी ने बुधवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में 7 विकेट चटकाकर भारत को शानदार जीत दिलाई. इसी मैच में वह वनडे क्रिकेट में चौथी बार पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं. इसके अलावा उनके नाम एक और गजब का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. वर्ल्ड कप में 50 विकेट लेने वाले वह पहले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं.


अगर मुझे मेरे परिवार का साथ नहीं मिलता तो मैं क्रिकेट छोड़ देता. मैंने 3 बार खुदकुशी करने के बारे में सोचा था. मेरा घर 24वीं मंजिल पर था और मेरे परिवार को लगता था कि मैं कहीं अपार्टमेंट से कूद न जाऊं. ये शब्द भारत के स्टार गेंदबाद मोहम्मद शमी के थे. ये वो समय था जब उन्होंने अपनी जिंदगी के सबसे कठिन दौर का जिक्र किया था. लेकिन समय के साथ-साथ कठिनाइयां कम हुईं और शमी इतिहास लिखने चल पड़े. आज शमी की गेंदबाजी का लोहा दुनिया मान रही है. 

उन्होंने बुधवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में 7 विकेट चटकाकर भारत को शानदार जीत दिलाई. इसी मैच में वह वनडे क्रिकेट में चौथी बार पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं. इसके अलावा उनके नाम एक और गजब का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. वर्ल्ड कप में 50 विकेट लेने वाले वह पहले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं.

तीन-तीन बार सुसाइड करना चाहते थे शमी

यहां तक पहुंचने की राह शमी के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं थी. पिछले कुछ वर्षों से शमी कई आरोपों और विवादों से जुड़े रहे. यही वो समय था जब उन्होंने एक बार नहीं, तीन-तीन बार सुसाइड करने की ठान ली थी. ये वो समय था जब शमी 2015 वर्ल्ड कप के बाद चोट से वापसी कर रहे थे और उनकी पर्सनल लाइफ में बहुत उथल-पुथल मची थी. लेकिन किस्मत में कुछ और ही लिखा था. परिवार का साथ मिला और वह अपने बुरे वक्त से लड़कर इस मुकाम तक पहुंचे.

 


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