क्या UPSC के लिए कोचिंग क्लास करना आवश्यक हैं-

क्या UPSC के लिए कोचिंग क्लास करना आवश्यक हैं-










जरूरी नहीं कि कोचिंग करने वाला स्टूडेंट ही परीक्षा पास करता है। कोचिंग संस्थान केवल आपको परीक्षा की तैयारी का मार्ग दिखाते हैं अंतिम रूप से सफलता आपकी कठिन मेहनत एवं त्याग पर ही निर्भर करती है न कि कोचिंग संस्थानों पर।

यदि आप कोचिंग नहीं कर रहे है और आप घर में तैयारी कर रहे हैं, इसलिये बिना किसी बाहरी मार्गदर्शन के आपको एक अध्ययन योजना बनानी चाहिए और इस ध्येय की पूर्ति के लिए आप को अपनी तैयारी के लिये पूरी तरह से वफादार होना चाहिए। आपको आपकी तैयारी से दूर खींचने वाले भ्रम और प्रलोभन आयेंगे किंतु अपने आप से ईमानदार रहिये और याद रखें- "कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती, और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।"

10 ऐसी वेबसाइट जो आपके IAS बनने के सपने को कर सकती हैं साकार


क्या UPSC की तैयारी घर में रहकर कर सकते हैं
इसलिए मेरा आप सब से विनम्र निवेदन है एक विषय पर 10 किताबें पढ़ने से अच्छा है एक ही किताब को 10 बार पढ़ा जाए।
आपको कुछ चीजों पर थोड़ा ध्यान देना होगा जैसे-
  • परीक्षा पाठ्यक्रम और परीक्षा की मांग को समझना।
  • मेरे अनुसार सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हेतु सबसे पहले किसी भी टॉपिक का अध्ययन करें , फिर उसके बाद चिंतन करें , और उसके बाद उसका लेखन करें !
  • आपको सोशल मीडिया का उपयोग थोड़ा कम करना होगा।
  • किसी भी कार्य को कल पर डालने की आदत आपको छोड़नी होगी !
  • याद रहे अगर आप अच्छे से तेरी कर रहे है तो आपको थोड़ा सजग और इसके प्रति ईमानदारी रखनी होगी।
  • पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र का गहराई से समग्र विश्लेषण करना और वर्तमान परीक्षा प्रवृतियों को समझना
  • तैयारी परीक्षा केंद्रित होना चाहिए , और आपका कठिन परिश्रम सही दिशा में होना चाहिए !
  • आपका अधिकतर समय सोचने और परिचर्चा में खर्च होना चाहिए , ना की कई पुस्तकों से अध्ययन सामग्री पढ़ने मे !
  • परीक्षा के बारे में शिक्षकों सफल अभ्यर्थियों असफल अभ्यर्थियों वरिष्ठ अभ्यर्थियों और मित्रों आदि से चर्चा करना
  • आप जो कुछ भी पढ़ रहे हैं नियमित अंतराल में उसे दोहराते चलें टॉपिक या विषय की दोहराव के द्वारा आप इससे संबंधित विभिन्न दृष्टिकोणों के बारे में सोचते हैं , और यह आपको एक अच्छी समझ प्रदान करता है ! इस बात का हमेशा प्रयास करना चाहिए कि जो टॉपिक आपने पूर्व में पढ़ लिया है नए टॉपिक या बिषय में प्रवेश करने से पहले उसका दोहराव हो जाए!
ऐसी विषय का चयन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए कि उस संबंधित विषय के साथ कोई पिछले वर्ष या पूर्व के वर्षों में सफल हुआ हो ! आपकी चुने जाने वाले विषय के प्रति कुछ न कुछ रूचि अवश्य होनी चाहिए !
यदि आप यह पाते हैं कि कोई वैकल्पिक विषय वास्तव में आपके लिए कठिन है तो बिना देर किए हुए उसे बदल लेना चाहिए यह कार्य आप तैयारी के प्रारंभ में ही कर लें तो अधिक उचित होगा



वर्तमान मामलों की समझ
यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि यूपीएससी प्रश्नपत्र मौजूदा मामलों के आधार पर होगा। आपको नवीनतम मौजूदा मामलों में बराबर अपडेट रहना होगा क्योंकि बहुत सारे सवाल उन पर आधारित होंगे और आपको अपने पाठ्यक्रमों को वर्तमान मामलों से भी जोड़ कर अध्ययन करने की आवश्यकता है। जरूरी नहीं कि एक कोचिंग छात्र ही ये सब कर सकता है, इसके लिए आपको रेगुलर न्यूजपेपर और अपने आसपास की जानकारी होना जरूरी है। आईएएस अभ्यर्थी वर्तमान मामलों के विभागों जैसे 'डेली न्यूज एनालिसिस', पीआईबी (Press Information Bureau - PIB), राज्यसभा टीवी और वर्तमान मामलों की प्रश्नोत्तरी के माध्यम से अपने परीक्षा की तैयार में आगे बढ़ें।
यह तो आप जानते ही है कि सी-सैट पेपर - 2 में प्राप्त अंक पूर्व रैंकिंग के लिए जोड़े नहीं जाएंगे। यूपीएससी मेन परीक्षा के लिए सिलेक्शन प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को इस पेपर में कम से कम 33% स्कोर करना होगा। जी-एस पेपर 1 में प्राप्त अंक रैंकिंग में गिना जाएगा। इस पत्र में कट-ऑफ के अंक (आवश्यक न्यूनतम अंक) आयोग द्वारा निर्धारित किए जाएंगे और सिविल सर्विस प्रीलिम्स के परिणाम के बाद ही जनता को घोषित कर दिया जाता है। यूपीएससी उम्मीदवारों को प्रत्येक गलत उत्तर देने पर उस प्रश्न के लिए आवंटित अंकों के 1/3 भाग को पेनल्टी के रूप में काट लेता है।
लोगों की मान्यता है कि इस परीक्षा के साथ कोई भी वैकल्पिक करियर बनाए रखना चाहिए पर मेरे हिसाब से यह एक मूर्खता है क्योंकि IAS भी इंसान ही बनते हैं और वह कुछ अलग काम नहीं करते बस उनके हर काम को करने का तरीका अलग होता है हर कोई तैयारी करो या मरो की सोच पर की जाए तो यकीन मानिए आप असफल नहीं हो सकते याद रखिए –“लक्ष्य के प्रति नकारात्मक भावना और वैकल्पिक लक्ष्य की सोच ही हमारी मंजिल से हमें कोसों दूर लाकर खड़ा कर देती है”
अंत में बात आती है समय कि कि आईएएस बनने के लिए हमें कितने घंटे पढ़ाई करनी चाहिए इसके बारे में अलग-अलग लोगों का अलग-अलग कहना है मैं बस आपसे निष्कर्ष के रूप में कहना चाहता हूं कि अगर आप 1 साल तक नियमित रूप से रोज 10 घंटे पूरे मन से पढ़ाई करेंगे तो आपको आईएएस बनने से कोई रोक नहीं सकता क्योंकि किसी ने सही कहा है “सफल होने के लिए जरूरी नहीं हम कितना पढ़ते हैं जरूरी है कि हम क्या पढ़ते है”
और अगर आप को मोटिवेट रहना है तो आप यहाँ क्लिक करे UPSC4U YOUTUBE


स्रोत-कोरा(QUORA)

Reactions

Post a Comment

0 Comments